धौलाधार शृंखला में 200 कमरों की टेंट सिटी बसाएगी हिमाचल सरकार
नई दिल्ली में मुख्यमंत्री सुक्खू ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात कर नई परियोजना से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने स्वदेश दर्शन योजना में हिमाचल के कई क्षेत्रों को शामिल करने की मांग भी उठाई।
धौलाधार शृंखला में 200 कमरों की टेंट सिटी बसाई जाएगी। कांगड़ा जिले को प्रदेश की पर्यटन राजधानी के तौर पर विकसित किया जाएगा। नई दिल्ली में मुख्यमंत्री सुक्खू ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात कर नई परियोजना से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने स्वदेश दर्शन योजना में हिमाचल के कई क्षेत्रों को शामिल करने की मांग भी उठाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत कांगड़ा जिले के पौंग और मंडी के जंजैहली क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन मंत्रालय से अनुमोदित सलाहकारी संस्था शीघ्र विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगी। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों को भी स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अगले चरण में शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।
कांगड़ा जिले में जलाशय, धार्मिक स्थल, साहसिक गतिविधियों के साथ विहंगम धौलाधार पर्वत शृंखलाओं से जुड़े पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। कांगड़ा जिले में पर्यटन अधोसंरचना का विकास कर इसे संपन्न वर्गों के पसंदीदा पर्यटन गंतव्य के रूप में भी उभारा जाएगा। धौलाधार शृंखला में टेंट सिटी निर्मित करने के लिए सरकार एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर पर्यटन मंत्रालय को प्रस्तुत करेगी। सरकार इसके लिए उपयुक्त भूमि और सड़क सुविधा भी देगी। इस टेंट सिटी की क्षमता 200 से अधिक कमरों की होगी और इसमें उत्तम सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में प्रस्तावित सम्मेलन केंद्र का निर्माण एशियन विकास बैंक परियोजना के तहत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में हेलीपोर्ट के निर्माण का निर्णय लिया है। कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। इसकी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत भी पर्यटन गंतव्य विकसित किए जाएंगे। प्रदेश में 25 ऐसे पर्यटन गंतव्यों को विकसित करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी। मुख्यमंत्री ने हिमाचल को धरोहर विकास में शामिल करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि माता चिंतपूर्णी मंदिर को प्रसाद योजना के अंतर्गत विकसित किया जाएगा। इस योजना के तहत श्रद्धालुओं को सभी प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस वर्ष अप्रैल में नई दिल्ली में निवेशकों के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने सुझाव दिया कि हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावनाओं, भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया एवं पर्यटन उद्यम स्थापित करने के लिए अन्य आवश्यक औपचारिकताओं को सुगम बनाने संबंधी एक विस्तृत एवं व्यापक प्रेजेंटेशन तैयार की जाए।
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